कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के साथ सरकार बनाने के रास्ते आगे बढ़ी शिवसेना
महाराष्ट्र आरक्षणदेमहाफामलाकांग्रेस और कांग्रेस के सरकार बनाने आगे बढ़ी शिवसेना नई दिल्ली/मुंबई नई दिल्ली/मुंबई महाराष्ट्र में भाजपा के साथ नाता तोड़ने वाली शिवसेना अब कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने के रास्ते पर काफी आगे बढ़ गई है,तीनों के बीच शिवसेना का सीएम और कांग्रेसव राकांपा को एक-एक उप मुख्यमंत्री का पद मिलने का फार्मूला बन गया है।लेकिन शिवसेना के कट्टर हिंदुत्व वाले चेहरे को यथासंभव नर्म बनाने की जुगत कांग्रेस ने नहीं छोड़ी है।इस कडी में शिवसेना को वीर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग ठंडे बस्ते में डालने को कहा जा रहा है तथा राकांपा और कांग्रेस उस पर दबाव बना रही है कि वह राज्य में मुस्लिमों को पांच फीसद आरक्षण भी दे। जानकार सूत्रों का कहना है कि तीनों दलों के बीच न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर सहमति के बाद भी कुछ ऐसे बिंदु हैं जिन पर अंतिम व पुख्ता सहमति बनना बाकी है। सावरकरव मुस्लिम आरक्षण इन्ही में से एक
।इसके अलावा महाराष्ट्र में ____ उत्तरप्रदेश व बिहार से आकर बसे लोगों के लिये भी शिवसेना के रुख में नरमी लाने की बात पहले ही हो चुकी । नये फार्मूले के तहत शिवसेना को पांच साल के लिये मुख्यमंत्री का पद मिलेगा लेकिन राकांपा व कांग्रेसको एक-एक उपमुख्यमंत्री मिलेगा,इसके अलावा संख्या बल के मान से शिवसेना व राकांपा कोटे से 14-14 मंत्री होंगे जबकि कांग्रेस को 12 मंत्री पद मिलेंगे। आज राकांपा नेता नवाब मलिक के बयान से ही कई बातें स्पष्ट होने लगी हैं जिसमें उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री शिवसेना का होगा,इसी बात पर उनका भाजपा से विवाद हुआ था। हमारी जिम्मेदारी बनती है कि उनका स्वाभिमान व सम्मान बनाए रखें।
17 नवंबर को हो सकता हैऐलान
बताया जा रहा है कि शिवसेनाकांग्रेस-एनसीपी गठबंधन को लेकर 17 नवंबर को ऐलान हो सकता है। 17 नवंबर को शिवसेना संस्थापक बाला साहब ठाकरे की पुण्यतिथि है। पांच साल के लिए होगा शिवसेना का सीएमः शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच सरकार गठन के लिए बनी आम सहमति के मुताबिक शिवसेना के पास सीएम पद पांच साल यानी पूरे कार्यकाल के लिए होगा जबकि दोनों दलों के एक-एक डिप्टी सीएम भी होंगे।